Site icon A2zbreakingnews

पीसीओएस और पीसीओडी दोनों है अलग, जानें कारण बचाव और लक्षण


pcod

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) और पॉलीसिस्टिक ओवरी डिजीज (पीसीओडी) ऐसे शब्द हैं जिनका इस्तेमाल अक्सर एक दूसरे के लिए किया जाता है, लेकिन ये दोनों काफी अलग होते हैं. ये दोनों ही अंडाशय को प्रभावित करने वाले इंडोक्राइन डिसॉर्डर हैं. इन दोनों बीमारियों के लक्षण, कारण और इससे शरीर को होने वाले नुकसान भी अलग हैं.पीसीओडी में अंडाशय पर सिस्ट शामिल होते हैं, जबकि पीसीओएस हार्मोनल और चयापचय संबंधी प्रभावों वाला एक सिंड्रोम है. इन दोनों का महिलाओं की सेहत पर अच्छा-खासा असर पड़ता है. पीसीओडी और पीसीओएस अलग-अलग शब्द हैं, पीसीओडी पीसीओएस का एक हिस्सा हो सकता है. पीसीओएस में लक्षणों का एक व्यापक स्पेक्ट्रम शामिल होता है और इसका निदान अनियमित मासिक धर्म, ऊंचे एण्ड्रोजन और सिस्टिक अंडाशय के संयोजन के आधार पर किया जाता है. दूसरी ओर, पीसीओडी, विशेष रूप से अंडाशय पर सिस्ट की उपस्थिति को दर्शाता है.

पीसीओडी (पॉलीसिस्टिक ओवरी रोग)

पीसीओडी एक ऐसी स्थिति है जब अंडाशय पर कई छोटे सिस्ट बन कर उभरने लगते हैं. ये सिस्ट अविकसित फॉलिकल्स होते हैं जो जमा हो जाते हैं. इससे अंडाशय बड़ा हो जाता है. पीसीओडी का निदान मुख्य रूप से अल्ट्रासाउंड इमेजिंग के माध्यम से किया जाता है.

पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम)

पीसीओएस एक व्यापक शब्द है जिसमें हार्मोनल प्रॉब्लम्स और इनडाइजेशन संबंधी असामान्यताएं शामिल हैं. पीसीओएस का निदान लक्षणों के संयोजन के आधार पर किया जाता है, जिसमें अनियमित मासिक धर्म, ऊंचा एण्ड्रोजन स्तर और अंडाशय पर सिस्ट की उपस्थिति शामिल है.

लक्षण

पीसीओडी

पीसीओएस

प्रभाव

पीसीओडी

पीसीओएस

कारण

पीसीओडी

पीसीओएस

निदान और उपचार:

पीसीओडी

पीसीओडी से निदान में अल्ट्रासाउंड इमेजिंग शामिल है. उपचार में पीरियड्स को नियमित करने के लिए हार्मोनल गर्भनिरोधक, एंटी-एंड्रोजन दवाएं और जीवनशैली में बदलाव शामिल हो सकते हैं.

पीसीओएस

अनियमित मासिक धर्म, ऊंचा एण्ड्रोजन, और सिस्टिक अंडाशय. इसके लिए जीवनशैली में बदलाव शामिल हैं, जैसे कि आहार और व्यायाम, हार्मोनल गर्भनिरोधक, एंटी-एंड्रोजन दवाएं और यदि आवश्यक हो तो प्रजनन उपचार.



<

Exit mobile version