रवि शंकर प्रसाद ने आगे कहा कि यह गांव शांत है। यहां कोई भी नहीं है। यह वह जगह है, जहां भाजपा कार्यकर्ता आकर बैठते थे। लेकिन अब वे नहीं आते हैं, क्योंकि वे अब डर में है।
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रवि शंकर प्रसाद ने आगे कहा कि यह गांव शांत है। यहां कोई भी नहीं है। यह वह जगह है, जहां भाजपा कार्यकर्ता आकर बैठते थे। लेकिन अब वे नहीं आते हैं, क्योंकि वे अब डर में है।
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