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By A2z Breaking News



सासाराम नगर. नगर आयुक्त यतेंद्र कुमार पाल को निगम की जिम्मेदारी मिले करीब 14 महीने हो गये हैं, लेकिन अबतक यह शहरी क्षेत्र में बुडको के चल रहे पेयजलापूर्ति योजना को पूरा कराने में विफल हैं. इस बीच मेयर ने उन पर उनके काम में हस्तक्षेप करने निर्णयों को लटकाने जैसे कई आरोप लगाये हैं. कुछ दिनों पहले पेयजल को लेकर पार्षदों ने प्रदर्शन किया था. उस दौरान नगर आयुक्त ने पेयजल की समुचित व्यवस्था होने की बात कह उन्हें गलत साबित करने का प्रयास किया. हालांकि नगर आयुक्त की बातों का असर बुडको के अधिकारियों पर नहीं पड़ता दिख रहा है. मुख्यमंत्री अमृत योजना के तहत निगम के पुराने 37 वार्डों में हर घर नल से जल पहुंचाने के लिए बुडको ने करीब तीन वर्ष पहले कार्य प्रारंभ किया था, जो अबतक चल रहा है. फेज-वन और टू के तहत अबतक कई घरों तक पानी नहीं पहुंचा. वहीं, इस योजना को शत प्रतिशत पूरा कराने को लेकर नगर आयुक्त पिछले सात माह में छह बार पत्र लिख चुके हैं. इसके अलावा गणाधिपति कंस्ट्रशन प्राइवेट लिमिटेड के संवेदक के साथ बैठक कर चुके हैं, जिसमें संवेदक ने बताया कि कार्य तेजी से चल रहा है और लक्ष्य से अधिक करीब 105 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है. हालांकि इस दावे की जांच करने के लिए नगर आयुक्त ने एक टीम बनायी, जिसकी रिपोर्ट पर उन्होंने एजेंसी को काली सूची में डालने को लेकर भी पत्र लिखा है. फिर भी इसका असर न तो बुडको के अधिकारियों पर पड़ा और न ही एजेंसी के संवेदक पर. अभी भी है कार्य अधूरा नगर आयुक्त के पत्रों को देखें, तो निगम क्षेत्र में अब भी शत प्रतिशत कार्य पूरा नहीं हुआ है. तीन अप्रैल 2024 को उन्होंने बुडको के महाप्रबंधक को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने बताया है कि जलापूर्ति योजना फेज-वन व दो के तहत प्रत्येक वार्डों के घरों में 100 प्रतिशत कनेक्शन नहीं हुआ है. यह मामला सामान्य बोर्ड व सशक्त स्थायी समिति की बैठकों में उठाया जा रहा है. परियोजना निदेशक एवं उपपरियोजना निदेशक, बुडको सासाराम के द्वारा यथाशीघ्र कार्य को पूर्ण कराने का आश्वासन दिया जाता है. लेकिन, योजना की निर्धारित अवधि की समाप्ति के बाद भी कार्य पूर्ण नहीं कराया गया है. हालांकि कितने घरों में कनेक्शन किया गया है? इसकी सूची भी नगर आयुक्त के पास नहीं है. क्योंकि इसी पत्र में उन्होंने जिक्र किया है कि बुडको व एजेंसी से जनवरी में ही वार्डवार घरों में किये गये कनेक्शन की होल्डिंग संख्या सहित सूची मांगी गयी थी. लेकिन, पत्र लिखने के दिन तक वह अप्राप्त है. पाइपलाइन बिछाने में तोड़ी गयी सड़कों का भी जिक्र नगर आयुक्त ने जितेंद्र कुमार सहायक अभियंता नगर विकास प्रमंडल सासाराम (बुडको) को पत्र लिखकर जलापूर्ति पाइप बिछाने में क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत की सूची मांगी थी, जो पत्र लिखने के तीन माह बाद भी नगर आयुक्त को उपलब्ध नहीं करा पाये हैं. जितेंद्र कुमार को नगर आयुक्त ने पत्र प्राप्ति के दो दिनों के अंदर सड़क मरम्मति कार्य की स्थलीय जांच करते हुए किये गये कार्य व उसकी गुणवत्ता के संबंध में जांच प्रतिवेदन के साथ जीओ टैग फोटो भी संलग्न करने को निर्देश दिया था. लेकिन, तीन अप्रैल 2024 तक उन्हें इससे संबंधित प्रतिवेदन उपलब्ध नहीं कराया गया. जलापूर्ति योजना में हुआ है घोटाला : मेयर मेयर काजल कुमारी ने कहा कि शहर में बुडको के पेयजलापूर्ति योजना में घोटाला किया गया है. इसके हिस्सेदार कितने हैं? यह जांच के बाद पता चलेगा. लेकिन, इससे शहर की पेयजलापूर्ति व्यवस्था ठप हो गयी है. कई मुहल्लों और घरों तक पानी नहीं पहुंच रहा है, जिसको लेकर पार्षदों ने विरोध जताया था. लेकिन, नगर आयुक्त इसे मानने को तैयार नहीं हैं. साथ ही इस योजना के तहत तोड़ी गयी सड़कों की भी मरम्मत नहीं करायी गयी है, जिसको लेकर कई बार नगर आयुक्त को पत्र लिखा गया है. क्या कहते हैं नगर आयुक्त इस संबंध में नगर आयुक्त यतेंद्र कुमार पाल ने बताया कि संवेदक को काली सूची में डालने के लिए बुडको के अधिकारियों को पत्र लिखा गया है. उनकी ओर से ही संवेदक पर कार्रवाई हो सकती है.

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The put up सात महीनों से नगर आयुक्त लिख रहे पत्र, बुडको पर कोई असर नहीं appeared first on Prabhat Khabar.



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