Inventory Market: बाजार को रास आया खुदरा महंगाई का आंकड़ा

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By A2z Breaking News



Inventory Market: भारतीय शेयर बाजार को सोमवार को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से अप्रैल महीने के लिए जारी किए गए महंगाई के आंकड़े रास आ गए. इसीलिए, मंगलवार 14 मई को शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार मजबूती के साथ खुला. बाजार के खुलने के साथ ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 225.92 अंक चढ़कर 73,002.05 अंक पर पहुंच गया. वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी ने भी 78.65 अंक की बढ़त के साथ 22,182.70 अंक पर अपने कारोबार की शुरुआत की.

लाभ के साथ खुले इन कंपनियों के शेयर

सेंसेक्स में सूचीबद्ध कंपनियों में से जेएसडब्ल्यू स्टील, पावर ग्रिड, एनटीपीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज और भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों में सबसे अधिक तेजी आई. वहीं, नेस्ले, एशियन पेंट्स, एक्सिस बैंक और आईटीसी के शेयरों को नुकसान हुआ. एशियाई बाजारों में जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे. अमेरिकी बाजार सोमवार को मिलेजुले रुख के साथ बंद हुए.

अप्रैल में खुदरा महंगाई 11 महीने के निचले स्तर पर

बताते चलें कि राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अंडा, मांस और मसालों के सस्ता होने से खुदरा महंगाई दर अप्रैल में नरम होकर 11 महीने के निचले स्तर 4.83 फीसदी पर रही. हालांकि खाने के दूसरे सामान के दाम इस दौरान मामूली मजबूत हुए. अप्रैल 2024 में खाने-पीने की चीजों की खुदरा महंगाई मामूली बढ़कर 8.70 फीसदी रही. एक महीने पहले मार्च 2024 में यह 8.52 फीसदी के स्तर पर थी. आकंड़ों में कहा गया है कि अंडा, मांस, मसाले, अनाज और अनाज से जुड़े उत्पादों की महंगाई अप्रैल में कम हुई, जबकि फल, सब्जी और दाल महंगे हुए. ईंधन और लाइट के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) सालाना आधार पर घटकर 4.24 फीसदी रहा.

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आरबीआई के दायरे से बाहर खुदरा महंगाई

सरकार ने खुदरा मुद्रास्फीति को दो प्रतिशत की घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रखने का लक्ष्य भारतीय रिजर्व बैंक को दिया हुआ है. केंद्रीय बैंक अपनी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दर निर्धारित करते समय खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर गौर करता है. रिजर्व बैंक का कहना है कि आगे चलकर खाने-पीने की चीजों के दाम महंगाई के रुख को प्रभावित करते रहेंगे. आरबीआई ने 2024-25 के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई 4.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. साल 2024 के पहले महीने अप्रैल में ही यह आरबीआई के दायरे से बाहर होकर 4.83 फीसदी पर पहुंच गई. पहली तिमाही में इसके 4.9 फीसदी, दूसरी तिमाही में 3.8 फीसदी, तीसरी तिमाही में 4.6 फीसदी और चौथी तिमाही में इसके 4.5 फीसदी रहने का अनुमान है.

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