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IND vs SA 1st Take a look at: केएल राहुल ने बताई दिल की बात, इस चीज से हुई सबसे ज्यादा तकलीफ


भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क में पहला टेस्ट मुकाबला चल रहा है. टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल ने भारत के लिए पहली पारी में शतक जड़कर टीम के स्कोर को सम्मानजनक स्थिति तक पहुंचाया. उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया है. इस शतक के बाद राहुल ने अपने विचार साझा किए. उन्होंने 137 गेंदों में 14 चौकों और चार छक्कों की मदद से 101 रन बनाए. यह केएल का आठवां टेस्ट शतक था. इसकी मदद से टीम इंडिया ने पहली पारी में कुल 245 रन पर बनाया. भारत के लिए दूसरे बड़े स्कोर विराट कोहली थे. उन्होंने 38 रनों की पारी खेली.

केएल राहुल ने आलोचकों को दिया जवाब

जवाब में, दक्षिण अफ्रीका ने अपने अनुभवी बल्लेबाज डीन एल्गर के तूफानी शतक की मदद से दूसरे दिन पहली पारी में बढ़त हासिल कर ली है. इस टेस्ट सीरीज के बाद एल्गर इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने वाले हैं. दूसरे दिन की समाप्ति पर दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 256/5 था और वह 11 रनों से आगे था. दूसरे दिन के खेल के बाद बोलते हुए केएल राहुल ने अपने खेल की आलोचना से संबंधित सवालों का जवाब दिया. विशेषकर छोटे प्रारूपों में फॉर्म और आक्रामकता की कमी के लिए बल्लेबाज की काफी आलोचना हुई है.

हर पल मिलती है चुनौती

केएल राहुल ने आईसीसी से बातचीत में कहा कि एक क्रिकेटर के रूप में आपको हर दिन, हर पल चुनौती मिलती है. सोशल मीडिया एक दबाव है. आज मैंने शतक बनाया है इसलिए लोग प्रशंसा कर रहे हैं. तीन या चार महीने पहले हर कोई मुझे गालियां दे रहा था. यह खेल का हिस्सा है, लेकिन मैं यह नहीं कह सकता कि इसका आप पर कोई असर नहीं होता. उन्होंने आगे कहा कि जितनी जल्दी आपको एहसास होगा कि इससे दूर रहना आपके खेल और आपकी मानसिकता के लिए अच्छा है उतना ही बेहतर होगा.

कठिन परिस्थितियों में राहुल ने की बल्लेबाजी

राहुल ने मेहमान टीम के लिए खेल का आगे बढ़ाया और 73.72 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए. उन्होंने कठिन परिस्थिति में बारिश से बाधित दिन में शानदार प्रदर्शन किया. राहुल ने स्वीकार किया कि पहले उन्होंने जिन चीजों पर काम किया, उसका फायदा इस पारी में उन्हें मिला. राहुल ने कहा कि चोट के बाद जितने दिनों तक मैं खेल से बाहर रहा, अपने ऊपर काम किया. प्रत्येक व्यक्ति को अपना रास्ता खुद खोजना होता है.

राहुल ने चोट के दौरान के समय को किया याद

चोट पर राहुल ने आगे कहा कि इतना कुछ होने के बावजूद खुद के प्रति सच्चा रहना और अपने व्यक्तित्व के प्रति सच्चा रहना कठिन है. यह सबसे कठिन चीज है. आपका अपना व्यक्तित्व और विशेषताएं हैं. जब आप अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हैं तो चुनौती मिलती है. यह प्रत्येक व्यक्ति को प्रभावित करता है. जो कोई भी यह कहता है कि इससे उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है, मुझे यकीन है कि वह झूठ बोल रहा है.

टेम्बा बावुमा हो सकते हैं बाहर

राहुल ने आगे कहा कि अगर आपको पता है कि सीमाएं कहां तक रखनी है तो आप प्रदर्शन कर सकते हैं या आप बेहतर मानसिकता में हो सकते हैं. कोई भी इतना महान नहीं है कि जो कह सके कि जो आलोचना मिल रही है उससे वह पूरी तरह बच सकते हैं. मैच की बात करें तो दक्षिण अफ्रीका ने तीसरे दिन 11 रन की बढ़त से आगे खेलना शुरू किया और उसके पास पांच विकेट बचे हुए हैं. कप्तान टेम्बा बावुमा ने अभी तक बल्लेबाजी नहीं की है और मैदान में हैमस्ट्रिंग चोट के कारण उनकी भागीदारी पर संदेह है.



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