Byju’s : बायजू धोखाधड़ी मामले में सरकार ने दी सफाई, कहा- नहीं मिला है क्लीनचिट

Photo of author

By A2z Breaking News



Byju’s : कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय (MCA) ने 26 जून को स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा है कि एडटेक फर्म बायजू के खिलाफ वित्तीय कदाचार के आरोपों की जांच अभी भी जारी है. मंत्रालय की ओर से यह बयान तब जारी किया गया है, जब इससे संबंधित कुछ रिपोर्ट मीडिया में प्रकाशित की गई. मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया था कि सरकार ने बायजू को वित्तीय धोखाधड़ी के आरोपों से मुक्त कर दिया है. कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय ने इन दावों का खंडन करते हुए कहा है कि अभी तक इस मामले में कोई निष्कर्ष नहीं निकला है और कार्रवाई अभी भी जारी है. मंत्रालय ने मीडिया रिपोर्ट्स को गलत और भ्रामक बताया है.

कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय ने 26 जून को जारी किया बयान

कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय की ओर से 26 जून 2024 बुधवार को जारी बयान में कहा गया है कि हाल के दिनों में ऐसी रिपोर्ट्स प्रकाशित की गई हैं, जिनमें दावा किया गया है कि कारपोरेट कार्य मंत्रालय की ओर से चल रही जांच में बायजू को वित्तीय धोखाधड़ी से क्लीनचिट दे दिया गया है. यह स्पष्ट किया जा रहा है कि ऐसी रिपोर्ट्स तथ्यात्मक रूप से गलत और भ्रामक हैं.

जांच अब भी है जारी

मंत्रालय की ओर से जारी किए गए बयान में आगे कहा गया है कि कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय की ओर से बायजू के खिलाफ की जा रही जांच अब भी जारी है. बयान में कहा गया है कि जब अभी जांच की जा रही है, तो इस स्तर पर इस मामले में कोई अंतिम निष्कर्ष नहीं निकाला जाना चाहिए.

Additionally Learn : Gold Worth: ज्वैलरी की तरफ लगा दीजिए दौड़, सस्ता हो गया सोना

क्या है पूरा मामला ?

26 जून को ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय की जांच में पिछले वर्ष के दौरान बायजू की ओर से धन के दुरुपयोग या वित्तीय खाते से छेड़छाड़ का कोई सबूत नहीं मिला है, लेकिन रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बायजू के कॉरपोरेट प्रशासन में समस्याएं और खराब अनुपालन प्रथाओं के साथ-साथ फंडिंग में बदलाव के कारण बायजू को वित्तीय समस्याएं झेलनी पड़ी. एक और महत्वपूर्ण कारण बायजू की एक्सपेंशन कैंपेन भी है, जिस वजह से कंपनी में नकदी की कमी आ गई और ब्रांड के मूल्यांकन में गिरावट आ गई.

कोरोना महामारी के बाद बायजू की नकदी में आने लगी कमी

एक समय बायजू की कीमत 22 बिलियन डॉलर थी. कोरोना महामारी के दौरान कंपनी का बड़ी उछाल मिली, लेकिन महामारी के बाद स्थिति सामान्य होने पर कंपनी की ओर से लिए गए गलत फैसलों केकारण नकदी की कमी होने लगी. अब हालत यह है कि बायजू को दिवालियापन का सामना करना पड़ रहा है.

Additionally Learn : अल्ट्राटेक सीमेंट ने खरीदी इंडिया सीमेंट्स की 23 फीसदी हिस्सेदारी, शेयर में लगा अपर सर्किट



<

Leave a Comment

Discover more from A2zbreakingnews

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue Reading

%d