अदाणी पोर्ट्स
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अदाणी समूह की कंपनी अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनोमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) ने शुक्रवार को बताया कि कंपनी को अगले पांच वर्षों के लिए कोलकाता बंदरगाह के रखरखाव और संचालन का कॉन्ट्रैक्ट मिल गया है। कंपनी ने बयान में बताया कि स्वीकृति पत्र (LoA) मिलने के सात महीने के भीतर बंदरगाह पर कार्गो हैंडलिंग उपकरण तैनात कर दिए जाएंगे।
पांच साल के लिए मिला है कॉन्ट्रैक्ट
कंपनी ने बयान में कहा कि एपीएसईजेड ने कोलकाता को श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह के पांच साल के संचालन और रखरखाव के लिए कॉन्ट्रैक्ट हासिल कर लिया है। कंपनी ने नीलामी प्रक्रिया में प्रतिस्पर्धा करके यह कॉन्ट्रैक्ट जीता। एपीएसईजेड की बंदरगाह पर उपस्थिति से टर्मिनल और इसके कंटेनर बंदरगाह पर कनेक्टिविटी बेहतर होगी। खासकर विझिनजाम और कोलंबो से आने जाने वाले शिपमेंट की कनेक्टिविटी अच्छी होगी। इस साल से ही संचालन शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।
भारत के पूर्वी तट का सबसे बड़ा डॉक
एपीएसईजेड के निदेशक और सीईओ अश्विनी गुप्ता ने बताया कि ‘नेताजी सुभाष डॉक के संचालन और रखरखाव का कॉन्ट्रैक्ट मिलना एपीएसईजेड के देश के बंदरगाहों और लॉजिस्टिक ढांचे को विकसित करने के समर्पण को दर्शाता है। हम अपने दो दशकों लंबे अनुभव का इस्तेमाल करते हुए कंटेनर टर्मिनल को विकसित करेंगे, जिससे राज्य के लोगों समेत ग्राहकों को फायदा होगा।’ भारत के पूर्वी तट पर स्थित नेताजी सुभाष डॉक सबसे बड़ा कंटेनर टर्मिनल है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में इस डॉक पर 0.63 मिलियन टीईयू का रखरखाव और संचालन हुआ। इस डॉक से बंगाल समेत उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, असम, उत्तर पूर्वी राज्यों के साथ ही नेपाल और भूटान के माल की भी ढुलाई होती है।
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