392 फोन हो जाएंगे कबाड़, 30000 मोबाइल नंबर्स पर भी चलेगी कैंची

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By A2z Breaking News



Electrical energy Invoice KYC Rip-off Alert : साइबर क्राइम के बढ़ते मामले की रोकथाम के लिए सरकार कड़े कदम उठा रही है. दूरसंचार विभाग (DoT) ने देशभर में 392 मोबाइल हैंडसेट्स को ब्लॉक करने का निर्देश दिया है. इन हैंडसेट्स का इस्तेमाल इलेक्ट्रिसिटी बिल केवाईसी स्कैम में किया जा चुका है. ऐसे स्कैम में बिजली आपूर्तिकर्ता बनकर ठग मैसेज करते थे.

आमतौर पर बिजली आपूर्तिकर्ता कंपनी अपने ग्राहकों को उनकी मासिक बिजली बिल राशि और देय तिथि के बारे में एसएमएस या व्हॉट्सऐप मैसेज के जरिये सूचित करती है. इसके बाद ग्राहक अपना बिल जमा कर सकते हैं. आज के दौर में बिजली बिल जमा करना इतना आसान हो गया है कि आप घर बैठे ऑनलाइन बिजली का बिल जमा कर सकते हैं. वहीं, पिछले कुछ महीनों में इलेक्ट्रिसिटी बिल पेमेंट को लेकर स्कैम की खबरें लगातार सामने आती रही हैं.

बिजली आपूर्तिकर्ता बनकर ठग जो मैसेज ग्राहकों को भेजते थे, उसमें लिखा होता था कि अगर केवाईसी नहीं कराया गया तो बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा. इस तरह के मैसेज में अक्सर या तो संदिग्ग्ध लिंक होते हैं या कुछ निजी डीटेल्स मांगी जाती हैं. ऐसे लिंक्स पर यूजर के क्लिक करने पर उनके बैंक अकाउंट से पैसे गायब हो जाते हैं. इस मामले की कार्रवाई करने के लिए चक्षु पोर्टल ने दूरसंचार विभाग की मदद की है.

DoT और चक्षु प्लैटफॉर्म की कार्रवाई

सरकार ने यह कार्रवाई तब की, जब चक्षु प्लैटफॉर्म के जरिये ऐसी शिकायतों में बढ़ोतरी देखने को मिली. यह पोर्टल यूजर्स को धोखाधड़ी के खिलाफ रिपोर्ट करने में मदद करता है. इन रिपोर्टों पर कार्रवाई करते हुए, दूरसंचार विभाग ने स्कैमिंग एक्टिविटी के एक नेटवर्क को पहचानने के लिए चक्षु पोर्टल पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित एनालिसिस का इस्तेमाल किया. इसमें लगभग 392 मोबाइल हैंडसेट और 31000 से ज्यादा मोबाइल नंबरों के बीच लिंक का पता चला. इन नंबर्स की पहचान होने के बाद दूरसंचार विभाग ने टेलीकॉम कंपनियों से इन मोबाइल नंबर और हैंडसेट्स को ब्लॉक करने का निर्देश दिया है.

इलेक्ट्रिसिटी बिल केवाईसी स्कैम से कैसे बचें?

बिजली आपूर्तिकर्ता की ओर से अगर आपको कोई मैसेज मिलता है, जिसमें कोई लिंक या अटैचमेंट है तो आपको इस मैसेज पर बिल्कुल विश्वास नहीं करना है. हमारी सलाह है कि आप न तो लिंक पर क्लिक करें और न ही अटैचमेंट पर क्लिक करें. टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से कभी भी किसी के साथ बैंक डीटेल्स, ओटीपी या अकाउंट नंबर शेयर न करें. अगर किसी मैसेज को लेकर आपके मन में शक है, तो इसे नजरअंदाज करें. साथ ही, बिजली ऑफिस जाकर कंफर्म करना चाहिए. सही केवाईसी प्रक्रिया के बारे में अपने बिजली आपूर्तिकर्ता की वेबसाइट या सोशल मीडिया हैंडल पर जांच करें. इलेक्ट्रिसिटी अकाउंट वाले अपने ऑनलाइन अकाउंट के लिए मजबूत पासवर्ड बनाएं.



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