27 मई को खुलेगा विलास ट्रांसकोर का IPO, 29 को होगा बंद

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By A2z Breaking News



IPO: आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) में निवेश करने वालों के लिए अहम जानकारी है. वह यह है कि गुजरात के वडोदरा स्थित विलास ट्रांसकोर का आईपीओ आने वाला है. शेयर बाजार में 27 मई 2024 को विलास ट्रांसकोर को आईपीओ खुल जाएगा, जो 29 मई को बंद हो जाएगा. कंपनी ने बुक बिल्ट इश्यू के जरिए कंपनी बाजार से 95 करोड़ रुपये जुटाएगी. यह 64.8 लाख शेयरों का पूरी तरह से फ्रेश इश्यू है.

139 से 147 रुपये प्राइस बैंड

विलास ट्रांसकोर लिमिटेड के आईपीओ का प्राइस बैंड 139 रुपये से 147 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. इसका न्यूनतम लॉट साइज 1000 शेयरों का है. खुदरा निवेशक के लिए निवेश की न्यूनतम रकम 1.47 लाख रुपये होगी. खास बात यह है कि इस ऑफर में बाजार निर्माताओं की सदस्यता के लिए 3.26 लाख इक्विटी शेयरों तक का आरक्षण भी शामिल है. इस इश्यू में प्रमोटर और प्रमोटर ग्रुप की ओर से बिक्री के लिए कोई ऑफर नहीं (ओएफएस) के साथ 64.80 लाख शेयरों का इश्यू शामिल है.

बाजार से 95 करोड़ रुपये जुटाएगी कंपनी

इस आईपीओ के जरिए कंपनी का उद्देश्य करीब 95 करोड़ रुपये जुटाना है. इश्यू से मिलने वाली रकम से कंपनी रणनीतिक निवेश और अधिग्रहण्ण के वित्तपोषण पर 5 करोड़ रुपये खर्च करेगी. इसके लिए फैक्ट्री निर्माण के लिए 20.09 करोड़ रुपये, अतिरिक्त अधिग्रहण और स्थापना के पूंजीगत व्यय के वित्तपोषण के लिए 45.20 करोड़ रुपये का इस्तेमाल किया जाएगा.

कंपनी के बारे में जानें

गुजरात के वडोदरा में साल 2006 के दौरान नीलेश जीतूभाई पटेल ने विलास ट्रांसकोर लिमिटेड कंपनी की स्थापना की थी. विलास ट्रांसकोर लिमिटेड पावर डिस्ट्रीब्यूशन और ट्रांसमिशन कम्पोनेंट्स का मैन्युफैक्चरर और सप्लायर है. ये भारत और विदेश के ट्रांसफार्मर और अन्य पावर इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर को सप्लाय किए जाते हैं. कंपनी अन्य इलेक्ट्रिकल लेमिनेशन प्रोडक्ट्स को सप्लाई करती है. इसमें सीआरजीओ कोर्स और कॉइल्स शामिल हैं, जो पॉवर और डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर में उपयोग की जाती है.

2023 में 20.22 करोड़ का मुनाफा

मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, विलास ट्रांसकोर लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2023 में 20.22 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, जो पिछले वर्ष के 17.91 करोड़ रुपये से 12.90 फीसदी अधिक है. वित्त वर्ष 2023 के दौरान परिचालन से राजस्व पिछले वर्ष के 233.03 करोड़ रुपये से उल्लेखनीय रूप से बढ़कर 282.60 करोड़ रुपये हो गया, जो 21.27 फीसदी की वृद्धि है. 31 दिसंबर, 2023 को समाप्त नौ महीनों में परिचालन से राजस्व 235.74 करोड़ रुपये था, और कर के बाद लाभ 16.79 करोड़ रुपये था.

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हेम सिक्योरिटीज लीड मैनेजर

यह इश्यू बुक बिल्डिंग प्रोसेस के माध्यम से बनाया जा रहा है. इसमें नेट इश्यू का 50 फीसदी से अधिक योग्य संस्थागत खरीदारों को आवंटन के लिए उपलब्ध नहीं होगा. नेट इश्यू का कम से कम 15 फीसदी गैर-संस्थागत निवेशकों को आवंटन के लिए उपलब्ध होगा. नेट इश्यू का कम से कम 35 फीसदी खुदरा व्यक्तिगत बोलीदाताओं को आवंटन के लिए उपलब्ध होगा. हेम सिक्योरिटीज लिमिटेड इसका बुक-रनिंग लीड मैनेजर है और बिगशेयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड इश्यू का रजिस्ट्रार है.

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