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‘साक्षी मलिक के संन्यास से पूरा खेल जगत दुखी है’, कांग्रेस नेता विजेंदर सिंह ने कही यह बात


गुरुवार को भारतीय कुश्ती महासंघ के कार्यकारिणी का चुनाव संपन्न हुआ. पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के बेहद करीबी माने जाने वाले संजय सिंह महासंघ के अध्यक्ष निर्वाचित हुए और दो पदों को छोड़कर उनके ही गुट के लगभग सभी उम्मीदवार इस चुनाव में विजयी हुए. संजय सिंह के अध्यक्ष बनते ही इंटरनेशनल रेसरल साक्षी मलिक ने कुश्ती ने संन्यास का ऐलान कर दिया. उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोते हुए कहा कि जिस महासंघ में बृजभूषण जैसे लोग के बिजनेस पार्टनर प्रमुख पद पर होंगे, वहां महिलाओं के अधिकार सुरक्षित नहीं है और इसलिए वह अब कुश्ती से संन्यास ले रही हैं. साक्षी को कांग्रेस नेता विजेंदर सिंह का साथ मिला है. उन्होंने कहा कि साक्षी के संन्यास से पूरा खेल जगह दुखी है.

पहलवानों के लिए लड़ेगी कांग्रेस

विजेंदर सिंह ने कहा कि खेल जगत पहलवान साक्षी मलिक के संन्यास से काफी दुखी और परेशान है. हम हर खिलाड़ी, हर स्टेडियम और हर अखाड़े में जाएंगे और उनसे महिला सुरक्षा, एथलीटों के रोजगार के बारे में बात करेंगे. हम उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर कल भी खड़े थे, आज भी खड़े हैं और कल भी खड़े रहेंगे. बता दें कि साक्षी मलिक और कुछ शीर्ष पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चे का नेतृत्व किया था.

साक्षी मलिक के समर्थन में कांग्रेस

ओलंपिक मुक्केबाजी पदक विजेता विजेंदर सिंह ने एक बार पहलवान साक्षी मलिक को अपना समर्थन दिया है. दिग्गज मुक्केबाज से कांग्रेस नेता बने विजेंदर जनवरी की शुरुआत में यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ और बृजभूषण के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने वाले पहलवानों के साथ शामिल हुए थे.

विजेंदर सिंह ने कही यह बात

विजेंदर सिंह ने इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि इन पहलवानों ने देश के लिए उच्चतम स्तर पर पदक जीते हैं. जब साक्षी ने कहा कि जिस तरह से चुनाव हुआ, उसके कारण वह कुश्ती छोड़ देंगी. मुझे लगता है कि यह एक गंभीर मुद्दा है. इससे इसमें शामिल लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं पर कई सवाल खड़े होते हैं. बाद में एक संवाददाता सम्मेलन में मुक्केबाज ने दावा किया कि खेल जगत मलिक के संन्यास से नाराज है. विजेंदर ने यह भी आरोप लगाया कि काफी दर्द झेलने के बाद मलिक को जबरन रिटायर कर दिया गया और उन्हें सरकार से न्याय नहीं मिला.

पहलवानों ने महीनों किया था प्रदर्शन

बता दें कि कुछ पहलवानों ने पूर्व प्रमुख बृजभूषण पर यौन शोषण और भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए जंतर-मंतर पर कई दिनों तक धरना प्रदर्शन किया था. ये सभी पहलवान नये संसद में पहले सत्र से पहले घेराव का कार्यक्रम भी बनाया था. उसी समय कुछ को हिरासत में लिया गया था और फिर जंतर मंजर से उन्हें हटा दिया गया था. पहलवानों को कांग्रेस सहित आम आदमी पार्टी और कई विपक्षी दलों का सामर्थन मिला था.





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