रतन टाटा, टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष और एक सफल व्यवसायी, एक प्रशिक्षित पायलट भी हैं. उन्होंने 2007 में बेंगलुरु एयर शो में F-16 लड़ाकू विमान उड़ाया था. वह ऐसा करने वाले पहले भारतीय नागरिक थे. रतन टाटा ने बचपन से ही विमान उड़ाने का सपना देखा था. उन्होंने 1986 में एक निजी पायलट लाइसेंस प्राप्त किया. वह अक्सर अपनी निजी प्लेन से यात्रा करते हैं.
बेंगलुरु एयर शो में, रतन टाटा ने F-16 ब्लॉक 50 लड़ाकू विमान उड़ाया. यह विमान 2000 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति तक पहुंच सकता है और 50,000 फीट तक की ऊंचाई तक उड़ सकता है.
रतन टाटा ने कहा कि यह एक “अविस्मरणीय अनुभव” था. उन्होंने कहा कि उन्होंने लड़ाकू विमान के नियंत्रण को संभालने और आसमान में उड़ने का आनंद लिया. उन्होंने कहा, “यह एक बहुत ही रोमांचक अनुभव था. मैं हमेशा से एक पायलट बनना चाहता था, और यह मेरे सपने को पूरा करने का एक अवसर था.”
रतन टाटा के F-16 उड़ाने से भारत में विमान उड़ाने के प्रति लोगों के उत्साह में वृद्धि हुई. यह दिखाता है कि विमान उड़ाना केवल एक चुनौतीपूर्ण करियर विकल्प ही नहीं है, बल्कि एक रोमांचक और फायदेमंद अनुभव भी हो सकता है.
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