पटना. शिक्षक नियुक्ति समेत कई अहम बहाली में लगे बिहार लोक सेवा आयोग यानि बीपीएससी में सरकार ने 7 दिनों के लिए प्रभारी अध्यक्ष बनाया है. बीपीएससी के पूर्व अध्यक्ष अतुल प्रसाद के रिटायर होने के बाद सरकार ने ये व्यवस्था की है. दिलचस्प बात ये भी है कि इम्तियाज अहमद करीमी जिन्हें अध्यक्ष का प्रभार सौंपा गया है, वे भी 7 दिन बाद रिटायर होंगे. उनके रिटायरमेंट के बाद भी अध्यक्ष का काम प्रभारी के सहारे ही चलेगा. बीपीएससी के पूर्व अध्यक्ष अतुल प्रसाद 12 फरवरी को ही रिटायर हो गये थे. उनके कार्यकाल की समाप्ति के बाद नये अध्यक्ष को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही थी लेकिन राज्य सरकार की ओर से कोई आदेश जारी नहीं किया गया. अतुल प्रसाद के रिटायरमेंट के 7 दिन बाद यानि 19 फरवरी को सरकार ने आदेश जारी किया है. सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है
बीपीएससी के मेंबर थे करीमी
जारी अधिसूचना में कहा गया है कि अतुल प्रसाद, अध्यक्ष, बिहार लोक सेवा आयोग का कार्यकाल दिनांक 12.02.2024 को समाप्त होने के फलस्वरूप, भारत संविधान के अनुच्छेद 316 (14) द्वारा प्रदत शक्तियों का प्रयोग करते हुए बिहार के राज्यपाल द्वारा बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष की नियमित नियुक्ति होने तक के लिए इम्तियाज अहमद करीमी, सदस्य, बिहार लोक सेवा आयोग, पटना को उनके कार्यकाल समाप्ति की तिथि 26.02.2024 तक के लिए अध्यक्ष का प्रभार सौंपा गया है. इम्तियाज अहमद करीमी का कार्यकाल समाप्त होने के बाद प्रो.दीप्ति कुमारी, सदस्य, बिहार लोक सेवा आयोग, पटना को उक्त आयोग के अध्यक्ष के कर्तव्यों के निर्वहन हेतु प्राधिकृत किया जाता है. इम्तियाज अहमद करीमी फिलहाल बीपीएससी के मेंबर हैं. उनका कार्यकाल 26 फरवरी को समाप्त हो रहा है. तब तक वे बीपीएससी के अध्यक्ष का काम देखेंगे. उनके रिटायरमेंट के बाद प्रो. दीप्ति कुमार अध्यक्ष का कामकाज देखेंगे. प्रो. दीप्ति कुमारी भी बीपीएससी की मेंबर हैं.
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आमिर सुबहानी के नाम की चर्चा
बिहार लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष के रूप में बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी की नियुक्ति की चर्चा है. कहा जा रहा है कि उन्हें बीपीएससी का नया अध्यक्ष बनाया जायेगा. आमिर सुबहानी 30 अप्रैल 2024 को आईएएस की सेवा से रिटायर हो रहे हैं. सूत्रों की माने तो पहले की योजना के तहम वे वीआरएस लेनेवाले थे और फिर उन्हें बीपीएससी का चेयरमैन बनाया जाता, लेकिन आमिर सुबहानी ने अब तक वीआरएस नहीं लिया है. ऐसे में उनकी नियुक्ति के लिए अल्प अवधि तक किसी को इस पद का प्रभार सौंपना था.कहा जाता है कि नीतीश कुमार चाहते हैं कि आमिर सुबहानी के मुख्य सचिव रहते बिहार में लोकसभा का चुनाव हो. ऐसे में उन्हें वीआरएस लेने से रोक दिया गया है. लोकसभा चुनाव के बाद उन्हें बीपीएससी का चेयरमैन बनाया जायेगा. तब तक वहां का काम प्रभार के सहारे ही चलता रहेगा.
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