विकेटकीपर बल्लेबाज रोबिन मिंज झारखंड ही नहीं, संभवत: देश के पहले आदिवासी क्रिकेटर हैं, जिनका चयन आइपीएल जैसे टूर्नामेंट के लिए हुआ है. लोकल क्रिकेट में लंबे-लंबे छक्के जड़नेवाले रोबिन झारखंड के ‘क्रिस गेल’ के नाम से मशहूर हैं. रोबिन से जब पूछा गया कि झारखंड के आदिवासियों में हॉकी और फुटबॉल का अधिक क्रेज है. ऐसे में उन्होंने क्रिकेट क्यों चुना? रोबिन ने बताया कि मैं कुछ अलग करना चाहता था, इसलिए मैंने क्रिकेट चुना. आइपीएल में 3.6 करोड़ रुपये में बिकनेवाले रोबिन ने बताया कि नीलामी वाले दिन काफी टेंशन में थे. सोच रहा था कि बेस प्राइस 20 लाख में ही कोई टीम खरीद ले. टेंशन के कारण टीवी देखना छोड़ घूमने निकल गया. आइपीएल से मुझे एक पड़ाव मिल गया है, लक्ष्य तो देश के लिए खेलना है.
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